
इस वेबिनार में विभिन्न कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और EIACP स्टाफ से लगभग 100 पर्यावरण और वनस्पति विज्ञान के छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। श्री एल. आर. लक्ष्मीकांत पांडा, वैज्ञानिक C, FRI, देहरादून ने क्षेत्र के औषधीय पौधों की धरोहर और संरक्षण रणनीतियों पर एक ज्ञानवर्धक सत्र प्रस्तुत किया।