
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में 09 मई, 2025 को “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’’ बडे. उत्साह के साथ मनाया गया। मूल रूप से यह दिवस 11 मई, 2025 को मनाया जाता है लेकिन दिनांक 10 व 11 मई 2025 को शनिवार व रविवार होने के कारण इसे शुक्रवार 9 मई, 2025 को मनाया गया।
इस अवसर पर संस्थान में मुख्य भवन की गैलरी में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में पोस्टर और अन्य प्रदर्शन सामग्री के माध्यम से वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। इस प्रदर्शनी में संस्थान के सभी प्रभागों के प्रमुख, वैज्ञानिक और अधिकारियों ने भाग लिया तथा हितधारको और आम जनता के लिए उपयोगी नवीन वैज्ञानिक तकनीकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी साझा की। प्रदर्शनी का उद्घाटन संस्थान निदेशक, डा0 रेनू सिंह, (आई0एफ0एस0) ने प्रातः 10ः30 बजे किया। इस अवसर पर उन्होने प्रभाग प्रमुखों के साथ विभिन्न प्रभागों द्वारा लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। डा0 रेनू सिंह, ने संस्थान के विभिन्न प्रभागों द्वारा किए गए शोध कार्योंं की सराहना की। वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में 09 मई, 2025 को ’’राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’’ बडे. उत्साह के साथ मनाया गया। मूल रूप से यह दिवस 11 मई, 2025 को मनाया जाता है लेकिन दिनांक 10 व 11 मई 2025 को शनिवार व रविवार होने के कारण इसे शुक्रवार 9 मई, 2025 को मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान में मुख्य भवन की गैलरी में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में पोस्टर और अन्य प्रदर्शन सामग्री के माध्यम से वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। इस प्रदर्शनी में संस्थान के सभी प्रभागों के प्रमुख, वैज्ञानिक और अधिकारियों ने भाग लिया तथा हितधारको और आम जनता के लिए उपयोगी नवीन वैज्ञानिक तकनीकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी साझा की। प्रदर्शनी का उद्घाटन संस्थान निदेशक, डा0 रेनू सिंह, (आई0एफ0एस0) ने प्रातः 10ः30 बजे किया। इस अवसर पर उन्होने प्रभाग प्रमुखों के साथ विभिन्न प्रभागों द्वारा लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। डा0 रेनू सिंह, ने संस्थान के विभिन्न प्रभागों द्वारा किए गए शोध कार्योंं की सराहना की। इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण हरित संवर्द्धन और गोल बांस के यांत्रिक लक्षण-वर्णन पर विकसित प्रौद्योगिकियां, संरक्षण के लिए उत्तराखंड की प्राथमिकता वाले वन आनुवंशिक संसाधन प्रजातियों का प्रचार-प्रसार, पर्यावरण हितैषी लकड़ी संरक्षण के लिए जैव-नैनो प्रौद्योगिकी, वन वृक्षों की जल आवश्यकता के आकलन की तकनीक, लकड़ी की पहचान के लिए वैज्ञानिक उपकरण, औषधीय पौधों की हाइड्रोपोनिक्स खेती, समुदायों की आजीविका के लिए हर्बल समाधान, चीड के पेरूल से प्राकृतिक फाइबर, तेजी से बढ़ने वाली वानिकी प्रजातियां, औषधीय और सजावटी पौधे, बीज प्रौद्योगिकी में प्रगति, प्राकृतिक रंगों और रंगों पर प्रौद्योगिकियां, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों की वहन क्षमता का आकलन आदि थे।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर संस्थान के सभी संग्रहालय 11 मई 2025 को बिना किसी प्रवेश शुल्क के आगंतुकों के लिए खोले जाएंगे।