अधिदेश (कीटविज्ञान प्रभाग)

कीट विविधता

  • वन  कीटों  की खोज, पहचान एवं विविधता का मूल्यांकन करना
  • वन महत्व के कीटों  जैसे कोलिओप्टेरा, आइसोप्टेरा, लेपिडोप्टेरा, एवं हाईमेनोप्टेरा इत्यादि का वर्गीकरण करना ।
  • राष्ट्रीय वन कीट संग्रह में कीटों  का डाटाकरण एवं समृद्धिकरण, साथ ही दुर्लभ, विलुप्त  होती कीट प्रजातियों का संरक्षण, क्षतिग्रस्त वनों  के मूल्यांकन एवं पर्यावरण बदलाव के प्रति संवेदनशील एवं सूचक कीटों की खोज तथा उनकी पहचान करना ।

वन नाशिकीटों का प्रबंधन

  • परजीव्याभों, परभक्षियों, सूक्ष्मजीवों एवं  वानस्पतिक  कीटनाशकों   आदि  द्वारा  पर्यावरण प्रिय विधियों के प्रयोग से महत्वपूर्ण काष्ठ एवं अकाष्ठ वन उपज  के  नाशिकीटों के  प्रबंधन का विकास करना।
  • महत्वपूर्ण नाशिकीटों के प्रबंधन के लिये, परजीव्याभों, परभक्षियों, सूक्ष्मजीवों एवं वानस्पतिक  आदि   कीटनाशकों   की  खोज करना ।
  • महत्वपूर्ण पेड़ों की विभिन्न प्रजातियों  के      प्रतिरूपों  (क्लोनोँ)    में प्राकृतिक कीट प्रतिरोधकता का मूल्यांकन करना ।

कीट पारिस्थितिकी, व्यवहार, एवं आर्थिकी

  • काष्ठ डिपो एवं कटान क्षेत्र में काष्ठ बेधक कीटों की पारिस्थितिकी का अध्ययन करना ।
  • साल, शीशम, चीड़ इत्यादि महत्वपूर्ण पेड़ों की प्रजातियों के बेधक कीटों की संख्या का मूल्यांकन करना ।
  • कीटों की संख्या का मूल्यांकन एवं नियंत्रण के लिये कीट फेरोमोन एवं केरोमोन की खोज करना ।
  • कीटों  के द्वारा पेड़ों में की गयी   क्षति  से  हुई आर्थिक हानि का मूल्यांकन करना ।
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